वेस्ट नाइल फीवर को ना समझे डेंगू मलेरिया से कम | जाने लक्षण और बचाव के उपाय
कुछ महीने पहले केरल के मालापुरम में एक सात वर्षीय बच्चे में वेस्ट नील वायरस के लक्षण देखे गए हैं। इसकी वजह से लड़के को अपनी जान गवानी पड़ी | वेस्ट नाइल वायरस (WNV) ने स्पष्ट रूप से लड़के के तंत्रिका तंत्र पर असर डाला था। जिससे वजह से मुश्किलें बढ़ती गईं और दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई। डेंगू मलेरिया और चिकनगुनिया की तरह वेस्ट नाइल वायरस भी मच्छर से ही फैलता है। ये क्यूलेक्स मच्छर गर्मियों में ज़्यादा सक्रिय होता है।

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क्या हैं वेस्ट नाइल फीवर के लक्षण
वेस्ट नाइल फीवर प्रारंभिक लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, थकान, शरीर में दर्द, मितली, उल्टी, त्वचा पर चकत्ते और लिम्फ ग्रंथियों में सूजन शामिल है। जैसे ही स्थिति गंभीर हो जाती है, गर्दन की जकड़न, भटकाव, कोमा, कंपकंपी, मांसपेशियों में कमजोरी और पक्षाघात हो सकता है।
कैसे बचें इस बीमारी से
- मच्छरदानी या मॉस्क्यूटो रेपेलेंट का उपयोग करने का प्रयास करें।
- संक्रमण को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका मच्छरों के काटने से बचना है। इन कीटों से बचाने वाली क्रीम का उपयोग करें, लंबी बाजू की शर्ट और पैंट पहनें और घर के अंदर-बाहर मच्छरों को नियंत्रित करने के लिए सभी कदम उठाएं।
- मनी प्लांट के गमले, छत पर पानी की टंकियों और पक्षियों के पानी के बर्तन को हर हफ्ते साफ करें |
कुछ महीने पहले केरल के मालापुरम में एक सात वर्षीय बच्चे में वेस्ट नील वायरस के लक्षण देखे गए हैं। इसकी वजह से लड़के को अपनी जान गवानी पड़ी | वेस्ट नाइल वायरस (WNV) ने स्पष्ट रूप से लड़के के तंत्रिका तंत्र पर असर डाला था। जिससे वजह से मुश्किलें बढ़ती गईं और दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई। डेंगू मलेरिया और चिकनगुनिया की तरह वेस्ट नाइल वायरस भी मच्छर से ही फैलता है। ये क्यूलेक्स मच्छर गर्मियों में ज़्यादा सक्रिय होता है।

क्या हैं वेस्ट नाइल फीवर के लक्षण
वेस्ट नाइल फीवर प्रारंभिक लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, थकान, शरीर में दर्द, मितली, उल्टी, त्वचा पर चकत्ते और लिम्फ ग्रंथियों में सूजन शामिल है। जैसे ही स्थिति गंभीर हो जाती है, गर्दन की जकड़न, भटकाव, कोमा, कंपकंपी, मांसपेशियों में कमजोरी और पक्षाघात हो सकता है।
कैसे बचें इस बीमारी से
- मच्छरदानी या मॉस्क्यूटो रेपेलेंट का उपयोग करने का प्रयास करें।
- संक्रमण को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका मच्छरों के काटने से बचना है। इन कीटों से बचाने वाली क्रीम का उपयोग करें, लंबी बाजू की शर्ट और पैंट पहनें और घर के अंदर-बाहर मच्छरों को नियंत्रित करने के लिए सभी कदम उठाएं।
- मनी प्लांट के गमले, छत पर पानी की टंकियों और पक्षियों के पानी के बर्तन को हर हफ्ते साफ करें |
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